चक्रवात का नामकरण कैसे किया जाता है?(Tropical Cyclone Naming)

Tropical Cyclone Naming

चक्रवात का नामकरण कैसे किया जाता है?

Tropical Cyclone Naming: भारत में ज्यादातर बंगाल की खाड़ी और अरेबियन सी से ही तूफान आते हैं जो ज्यादातर उष्णकटिबंधीय या ट्रॉपिकल साइक्लोन का निर्माण करते है। आमतौर पर समुंदर के पानी का टेंपरेचर 27 डिग्री से ज्यादा होना चाहिए और यह टेंपरेचर ऊपर नीचे होने से उस इलाके में निम्न दबाव क्षेत्र यानी लो प्रेसर बनने लगता है। जिससे साइक्लोन बनने लगता हैं।

और जैसा कि आपको पता है कि पृथ्वी दो भागों में बांटी गई है उत्तरी गोलार्ध और दक्षिणी गोलार्ध जिसे नॉर्दन हेमिस्फीयर और सदर्न हेमिस्फीयर कहा जाता है और भारत उत्तरी गोलार्ध में है तो उत्तरी गोलार्ध की तरफ आने वाले साइक्लोन घड़ी के विपरीत दिशा में चलते हैं एंटी क्लॉक वाइज जबकि साउथर्न में आने वाले साइक्लोन घड़ी की दिशा में चलते हैं क्लॉक वाइज।

तो इस बाढ़ का Taukate चक्रवात भारत के पश्चिमी तटों से टकराया जबकि दूसरा चक्रवात यास यह भारत के पूर्वी तटों से टकराया और यह दोनों भारत के राज्यों को प्रभावित किया मगर आप सोच कर हैरान होंगे कि इनका नाम म्यांमार ने और यास का नाम ओमान देश ने क्यों रखा
तो जरा सर बात यह है कि तूफान का नाम तय करने की एक पूरी प्रक्रिया होती है ।

साल 2000 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने 8 देशों के साथ मिलकर आने वाले तूफान के नामकरण की प्रक्रिया शुरू की थी यह देश है बांग्लादेश, मायामार, थाईलैंड भारत, श्रीलंका, मालदीव, ओमान, और पाकिस्तान।

साल 2008 में पांच देश और जोड़े जिनमें ईरान, कतर, सऊदी, अरब, यमन और यूएई शामिल थे अब कुल देश हो गए इस तरह यह १३ देश १३-१३  नामों की एक सूची बनाते हैं और छेत्री मौसम विज्ञान केंद्र को यह सूचीबद्ध नाम भेजा जाता है और यह केंद्र इन नामों की सूची को इंग्लिश अल्फाबेटिकल फॉर्मेट में अरेंज कर दिया जाता है और यह अरेंजमेंट हर 1 देशों के अल्फाबेटिकल नामों के बेसिस का अरेंज होता है जैसे 13 देशों के नाम ए से लेकर जेड तक के बीच में आते हैं तो उनके अरेंजमेंट वैसे ही कर दिए जाते हैं जैसे सबसे पहले बांग्लादेश है फिर इंडिया का है इसी तरीके से चलता है।

list-of-cyclone-name-countries

और जब इंडिया की बारी आती है तो इंडिया के द्वारा सुझाए गए उन 13 नामों में से कोई एक नाम का चुनाव क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के द्वारा कर दिया जाता है नामकरण का चुनाव सन 2004 से शुरू कर दिया गया था। जैसा कि साल 2004 में थाईलैंड द्वारा सुझाया गया नाम अमन तूफान था जो 64 नामों में सबसे आखरी नाम था हालांकि उस वक्त 8 देश थे तो 8 देशों द्वारा 8-8 नाम सुझाए जाते थे जिससे 64 नाम होते हैं लेकिन अब कुल 13 देश हैं तो हर देश के द्वारा 13-13 नाम सुझाए जाते हैं जिससे अब कुल 169 नाम सूचीबद्ध कर दिए जाते हैं।
और इस बार भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा 169 नाम सूचीबद्ध किए गए हैं जैसे कि पिछले साल जो चक्रवात निसर्ग आया था वह सूची में पहले नंबर पर था।
ठीक उसी तरह इस साल Tauktae नाम सुझाया गया वह म्यांमार के द्वारा था और म्यांमार के क्षेत्रीय मौसम विभाग केंद्र के द्वारा या नाम दिया गया जो की सूची में पहले नंबर पर है। और इस बार यास चक्रवात का नाम ओमान में रखा है। जो की यह भी सूची में पहले नंबर पर है।

Tropical Cyclone Naming: हालांकि साल 1953 से वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन और मायामी नेशनल हरिकेन सेंटर द्वारा तूफानों के नाम सुझाए जाते थे मगर हर देश और महाद्वीपों के तूफान अलग-अलग नामों से होते हैं जैसे भारत में साइक्लोन, यूरोप महाद्वीप में हरिकेन, ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में  विली विली, और अमेरिका में टाइकून।

हालाकि नाम रखने के लिए कुछ और सिद्धांतों का ध्यान रखा जाता है जैसे कि नाम बहुत ज्यादा बड़े ना हो और अंग्रेजी अल्फाबेट के 8 अक्षरों से ज्यादा ना हो और जिनका मतलब या अर्थ किसी जाति धर्म या किसी समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस ना पहुंचाएं।

हालांकि जब भी चक्रवात आते है तो एक वर्ड बार बार यूज होता है Landfall जिसका मतलब यह होता है कि यह चक्रवाती तूफान किसी भी महासागर के बीच से उठते हैं और तटीय इलाकों तक पहुंचते हैं जो जमीन से जाकर टकराते हैं और वहीं पर यह खत्म हो जाता है जिसे हम लैंडफॉल कहते हैं और इन चक्रवातो का टाइम पीरियड बहुत ही कम होता है 3से 6 दिन का ही होता हैं।

Tropical Cyclone Naming: In India, most of the storms come from the Bay of Bengal and the Arabian Sea, which form most of the tropical or tropical cyclones. Generally, the temperature of the seawater should be more than 27 degrees and with this temperature up and down, the low-pressure area ie low pressure starts to form in that area. With which cyclones are formed.
 
And as you know that Earth is divided into two parts Northern Hemisphere and Southern Hemisphere called Northern Hemisphere and Southern Hemisphere and India is in Northern Hemisphere then Cyclones coming towards Northern Hemisphere move in the anti-clockwise direction. Clockwise while cyclones coming in southern clockwise.
 
So the Taukate cyclone of this flood hit the western coasts of India while the second cyclone Yas hit the eastern coasts of India and it affected both the states of India but you would be surprised to think that their names were named Myanmar and the name of Yas was given by the country of Oman. Why put
So the simple thing is that there is a whole process of deciding the name of a storm.

In the year 2000, the World Meteorological Organization, together with 8 countries, started the process of naming the incoming storm, this country is Bangladesh, Myanmar, Thailand, India, Sri Lanka, Maldives, Oman, and Pakistan.

 
Tropical Cyclone Naming: In 2008, five countries and pairs, which included Iran, Qatar, Saudi, Arab, Yemen, and UAE, now became a total country, so these 13 countries make a list of 13-13 names and sent this listed name to the Chhetri Meteorological Center. And this center arranges the list of these names in English alphabetical format and this arrangement is the basis of the alphabetical names of every 1 country, such that the names of 13 countries fall between A to Z. Their arrangements are made in the same way as Bangladesh is first then India and so on.
 
And when it comes to India, one of the 13 names suggested by India is selected by the Regional Meteorological Center. The naming election was started in 2004. As the name suggested by Thailand in the year 2004 was Aman Storm which was the last name among the 64 names, although at that time there were 8 countries, then 8-8 names were suggested by 8 countries, which is 64 but now there are 13 countries 13–13 names are suggested by each country, so now a total of 169 names are listed.
 
And this time, 169 names have been listed by the Indian Meteorological Center as if the cyclone nature that came last year was number one on the list.
In the same way, the name Tauktae suggested this year was by Myanmar and was named by Myanmar’s Regional Meteorological Center or which is number one on the list. And this time Yas cyclone has been named in Oman. Which is also number one on the list.
 
Although the names of storms were suggested by the World Metrological Organization and the Miami National Hurricane Center since 1953, storms from different countries and continents have different names such as Cyclone in India, Hurricane in the continent of Europe, Willie Willy in the continent of Australia, and Tycoon in America.
 
However, some other principles are taken care of to keep the name, such as the name is not too big and does not exceed 8 letters of the English alphabet and the meaning or meaning does not hurt the feelings of people of any caste, religion, or community.
 
However, whenever a cyclone comes, a word is used repeatedly Landfall, which means that the cyclonic storms rise from the middle of any ocean and reach the coastal areas which hit the ground and it ends there. Goes what we call landfall and the time period of these cyclones is very short, is only 3 to 6 days.

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *