Chardham Yatra 2021 Started from Today
Chardham Yatra 2021 Started from Today: Chardham yatra opening Date 2021 चार धाम यात्रियों के लिए खुशखबरी, नैनीताल हाई कोर्ट ने चार धाम यात्रा पर लगी रोको हटाया, मगर प्रतिदिन श्रद्धालु की संख्या सुनिश्चित की जाएगी।
नैनीताल हाई कोर्ट ने चार धाम यात्रा पर लगी रोको हटा दिया है श्रद्धालुओं को अब कुछ शर्तों के साथ यात्रा की अनुमति दी जाइए मगर चार धाम यात्रा का विस्तृत SOP शुक्रवार तक जारी किया जा सकता है।
16 सितंबर को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट अदालत ने कहा कि एक दिन में बाबा केदारनाथ में 800, बद्रीनाथ धाम में एक हजार, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 यात्रियों के प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
श्रद्धालुओं को किसी भी धार्मिक स्थल के स्नान कुंड में नहाने की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालुओं को नेगेटिव RTpcr रिपोर्ट लाना जरुरी होगा और केवल वही यात्री यात्रा कर सकेंगे जिनको कोविड के दोनों टीके लग चुके होंगे और उनको साथ में वैक्सीन नेशन सर्टिफिकेट भी लाना होगा।
चारधाम यात्रा पर लगी रोक को हटाने के लिए सरकार की ओर से प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया। जो हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश एस आर चौहान और न्याय मूर्ति आलोक कुमार की उपस्थिति में सुनवाई हुई। महाधिवक्ता ने अपना पक्ष रखा और कहा कि covid काफी नियंत्रण में है देश के सभी धार्मिक स्थल खुल रहे हैं। यात्रा न होने से स्थानीय लोगों की आजीविका पर प्रभाव पड़ रहा है उन्होंने स्वास्थ सेवा में सुधार का हवाला देते हुए SOP के तहत यात्रा को शुरू करने की मांग की।
हाई कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिए चार धाम यात्रा शुरू करने से पहले।
हाई कोर्ट ने इस यात्रा को शुरू करने से पहले यह निर्देश सरकार को दिया कि इस यात्रा को शुरू करने से पहले चार धाम में मेडिकल की सुविधाएं पूरी होने चाहिए। मेडिकल नर्स, डॉक्टर, ऑक्सीजन बेड कि पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। मेडिकल हेल्पलाइन की व्यवस्था करना चाहिए जिससे लोगों को स्वास्थ संबंधी परेशानी का आसानी से पता चल सके। अदालत ने श्रद्धालुओं की RTPCR रिपोर्ट, वेसिनेशन सर्टिफिकेट जांच के लिए चारों धाम में चेकपोस्ट बनाने को कहा। बद्रीनाथ में ५, केदारनाथ में 3 चेकपोस्ट बनाने को निर्देश दिए है। भविष्य में अगर कोई केस बढ़ने लगता है तो सरकार को इस यात्रा को स्थगित करना पड़ सकते हैं ऐसी व्यवस्था बनाए रखें।
सरकार की तरफ से महाधिवक्ता ने बताए कि देश के साथ प्रदेश में भी कोविद केस कम होते दिख रहे हैं। सभी मंदिर, स्कूल और सरकारी दफ्तर अब खुश चुके हैं। लिहाजा चार धाम यात्रा को भी नियमों के अनुसार खोल देना चाहिए। यात्रा बाधित होने से स्थानी लोगों की रोजी रोटी पर संकट पैदा हो गया है। जिससे बेरोजगारी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी है। अधिवक्ता ने बताए कि वह सरकार से अनुरोध करेंगे कि कुछ विस्तृत SOP के साथ इस यात्रा को जल्द से जल्द शुरू कर दिया जाए।