भारत के 5 रहस्यमई शिव मंदिर, सच्चाई कोई नहीं जान सका
रहस्यमई शिव मंदिर: भारत में ऐसे कई रहस्य छिपे हुए हैं जिनकी सच्चाई क्या है ये आज तक कोई नहीं पता लगा सका। और अभी बहोत से रहस्य छुपे हुए है जिनके बारे में हमे नहीं पता। मगर भारत में कुछ ऐसे भगवन शिव के मंदिर है जो आज भी रहस्य बने हुए है, वहाँ के अद्भुत चमत्कार देख क्र हर कोई आश्चर्य में पड़ जाता है। तो आईये जानते है ऐसे 5 भगवन शिव के मंदिर के बारे में चमत्कार और रहस्यों से भरपूर है।
5. स्तम्भेश्वर महादेव मंदिर
रहस्यमई शिव मंदिर:
हमारी लिस्ट में पहले 5 पर है स्तंभेश्वर महादेव मंदिर या गुजरात की गांधीनगर से 175 किलोमीटर की दूरी पर कम्बोई गांव में मौजुद है य मंदिर अपने अद्भुत दृष्टि के लिए जाना जाता है
मंदिर दिन में सुबह और शाम पुरी तरह समंदर में समा जाता है ज्वार भाटा के करण और केवल दोपहर के वक्त श्रद्धालूओं के लिए दर्शन के लिए समंदर से बहार दिखता है शिव पुराण के अनुसार तड़का सुर नाम के रक्षक ने भगवान शिव को अपनी कथिन तपस्या से खुश किया इसके बदले भगवान शिव ने उपयोग मंच प्रदान किया था कि उपयोग रक्षा को शिव पुत्र के अलावा कोई नहीं मार सकता और पुत्र की आय केवल 6 दिन कि ही होनी चाहिए
वरदान मिलाने के बाद तड़का सुर हर तरफ आतंक मचाने लगा यह सब देखकर सभी ऋषि मुनि और देवता ने शिव जी से उसके वध करने की प्रार्थना की इसके बाद भगवान शिव ने श्वेत पर्वत कुंड से 6 दिन के कार्तिक के प्रश्न लिया| कार्तिक ने असुर का तो वध कर दिया लेकिन शिव जी की भक्ति कोई से बहुत तक पंहुंच तो कार्तिकेय को जब इस बात का अहसास हुआ तो भगवान विष्णु ने इसे प्रार्थना करने का अवसर दिया और यह बताया कि जिस जगह तड़का सुर का वध किया वहां प शिवलिंग की स्थापना करते हैं इस तरह से स्तंभेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना हुई।
4. रामेश्वरम मंदिर
हमारी सूची में चौथे नंबर पर है रामेश्वरम मंदिर। भारत राज्य के तमिलनाडु के दक्षिण में रामनाथपुर जिले का एक क्षेत्र है, भारत के मुख्य भूमि से अलग पंबन पर स्थिति है।
रामेश्वरम मंदिर जो सदियों पहले निर्मित हुआ था यह अपने वर्तमन भव्य रूप में धीरे-धीरे विकसित हुआ। मंदिर के रहस्य से जुड़े कुछ प्रमुख बताएं मंदिर के विकास में हिंदू शासन की मुखिया भूमिका रही। इस मंदिर का बहुत ही महत्वपूर्ण रहस्य बताया गया है हमारे पुराणों में।
जब भगवान श्री राम लंका से रावण का वध करके वापस लौट रहे थे तो ऋषि मुनियों द्वारा बताया गया कि ब्रह्म हत्या का पाप लगा है तो उनको इस हत्या का प्रार्थना करने के लिए भगवान शिव की पूजा करने को कहा गया जिस से वह पाप है से मुक्ति पा खातिर उपयोग करें द्वीप पर कोई शिवलिंग नहीं था तो भगवान राम ने रामेश्वरम में खुद शिवलिंग की स्थापना करने का निश्चय किया और वह हनुमान जी को कैलाश पर्वत पर एक लिंग लाने के लिए भेजा मगर हनुमान जी समय से पहले वापस नहीं एक खातिर तब तक भगवान श्री राम ने वहीं प्रति रेट से शिवलिंग की स्थापना कर दी और जब तक हनुमान जी वापस आ गए तब तक पूजा अर्चना हो चुकी थी तब भगवान राम ने हनुमान जी के द्वार लाये हुए शिवलिंग की स्थापना की बगल में कि और हमें लिंग का नाम हनुमान लिंगम राखा और रेत से बने लिंग का नाम कसीलिंगम राखा और यह भी कहा कि सबसे पहले हनुमानलिंगम की पूजा होगी तब कासीलिंगम की पूजा होगी।
3. केदारनाथ मंदिर
हमारी लिस्ट में तीसरे नंबर पर है केदारनाथ धाम मंदिर इस मंदिर का इतिहास बहुत ही रहस्यमय है केदारनाथ 12 ज्योतिर्लिंग में से एक और पंचकेदार में से एक धाम माना जाता है। कहा जाता है कि महाभारत के युद्ध के बाद जब पंडावन ने अपने खुद के लोगों की हत्या की तो यूएन प्रति कुल हत्या का पाप लग गया जिस वजह से भगवान शिव बहुत ही नाराज द और पांचों पांडव ने उनकी पूजा करने के लिए चंद्रशिला पर्वत पर तपस्या कर रहे द मगर दर्शन नहीं दे रहे द और रूप बदलकर बेल के रूप में गुप्तकाशी से गुजर रहे तबी भीम ने उन्हें देखा और पहचान लिया मगर अपनी गदा से प्रहार किया जिसे बेल का पूरा शरीर पंच हिसन में विभाजित हो गया और बैक यानी पिछला हिस्सा केदार घाटी में प्रकट हुआ आईएसआई वजह से केदारनाथ धाम में जो शिवलिंग है वो कुबड़ के आकार का है और तभी से धाम कर रहस्य अभी तक बना हुआ है।
2. एलोरा का कैलाश मंदिर
रहस्यमई शिव मंदिर: महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है कैलाश मंदिर यहां के रहस्य आज भी वैज्ञानिकों के लिए एक चुनौती बना हुआ है इस मंदिर के रहस्य इतने हैं कि जीना मुश्किल है जैसे किसी मंदिर को भवन को बनाने समय पत्थर के टुकड़ों को एक के ऊपर रख कर बनाया जाता है लेकिन कैलाश मंदिर बनाने में बिलकुल इसके विपरीत तकनीकों का इस्तेमल किया गया है जिसमें पहाड़ी जैसे विशाल चट्टान को कट कट कर हर एक हिस्से को तरसे हुए मंदिर है को बनाया गया है मतलब इसमें अलग से कोई भी या पत्थर की चुनी नहीं की गई है आज के वैज्ञानिक या अनुमान लगाते हैं की इस मंदिर को बनाने में करीब 4 लाख टन पत्थर काटकर हटाया गया होगा इस हिसाब से अगर 7000 मजदुर 150 साल तक कम करें तभी यह मंदिर पूरा बना होगा जबकी। कैलाश मंदिर को बनाने में सिर्फ 17 वर्ष ही लगे द कुछ तो वैज्ञानिक यह भी कहते हैं कि प्राचीन कल में इतने ज्यादा पत्थर हटाने की तकनीकी यूज वक्त नहीं थी तो शायद किसी एलियन टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके इस मंदिर को बनाया गया होगा।
1. पाताल भुवनेश्वर गुफा
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित यह मंदिर अपार रहस्य से भरपुर है जिसके बारे में दुनिया भर के वैज्ञानिक आज तक खोज कर रहे हैं अगर आप रोमांस और धार्मिक प्रेमी है तो ये जगह आपके लिए ही बना है इस गुफा में एक शिवलिंग है जो लगतार बढ़ता रहा है समय के साथ और यह कहा जाता है कि जब यह शिवलिंग गुफा की छत को छू लेगा टैब इस गुफा में सबसे खास बात यह है कि आप इस जगह पर चारोन हैं धमन के दर्शन कर सकते हैं। केदारनाथ बद्रीनाथ और अमरनाथ को भी देखा जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि मंदिर में भगवान गणेश के कटे हुए सर को भी स्थापित किया गया था। यहां प्रति मौजुद गणेश मूर्ति को हार्दिक गणेश कहा जाता है इस गुफा में चार खंबे हैं जो युगों को यानि सतयुग, त्रेता युग, द्वापर युग, और कलयुग को देखते हैं। पहले के तीन खंबो के आकार में कोई परिवर्तन नहीं हुआ लेकिन कलयुग के खंभे की लम्बाई ज्यादा है।
तो ये भारत के पंच सबसे रहस्यमयी भगवान शिव के मंदिर जहां आपको अपने जीवन कल में एक बार जरूर जाना चाहिए आपको वीडियो पसंद आए तो लाइक सब्सक्राइब और शेयर जरूर करें हर-हर भोले हर हर शंभु ओम नमः शिवाय।